बांके बिहारी जी(Banke Bihari JI) के बारे में 10 ऐसे रोचक तथ्य जो बांके बिहारी जी(Banke Bihari JI) के भक्तो को पता होने चाइये। और आपको ये भी पता होना चाहिए की बांके बिहारी का अर्थ(Banke Bihari Meaning) क्या होता है। और जानिए बांके बिहारी का अर्थ
तथ्य नंबर 1 :श्री बांके बिहारी जी को प्रकट करने वाले स्वामी श्री हरी दास जी ने 12 बर्षो तक निधिवन मैं तपश्या करके अपनी प्रार्थना ने अपने संगीत की आराधना से अपने हृदय से प्रकट किया। श्री बांके बिहारी जी के मंदिर मैं जो आप सभी को ठाकुर जी के दर्शन मिलते है वो असल मैं राधा रानी और कृष्ण जी के मिलिक अवतार है । और स्वामी श्री हरिदास जी ठाकुर जी की 8 सखिओ मैं से उनकी जो 2 सखी थी ललिता और विशाखा उन्ही मैं से ललिता सखी के अवतार है स्वामी श्री हरिदास ।
बांके बिहारी का मतलब क्या है :Banke Bihari Meaning
तथ्य नंबर 2 बांके बिहारी का मतलब क्या है : हम सभी बांके बिहारी के चमत्कारों और उनकी कृपा से तो वाकिफ है लेकिन क्या आपको ये पता हे की बांके बिहारी का अर्थ(Banke Bihari Meaning) क्या होता है नहीं जानते न
आइये जानते है बांके बिहारी जी को इस नाम से क्यों जानते है बांके का अर्थ होता है जो तीन जगह से टेड़ा हो । जैसा के आपने देखा होगा ठाकुर जी भी जिस मुद्रा मैं खड़े है उसमें वो तीन जगह से टेड़े है । उन्होंने अपनी गर्दन, कमर और एक पैर को इसी प्रकार से रखा है । इसी लिए उनकी इस मुद्रा को कहते है त्रिभंग । अब तो आप भी जान गए न बांके का अर्थ अब जानते है बिहारी का क्या अर्थ है। बिहारी का अर्थ होता है जो अपने मैं ही मस्ती मैं मस्त हो , जो सभी का स्वामी हो।
तथ्य नंबर 3: बांके बिहारी जी को बांसुरी क्यों नहीं पकड़ाई जाती है ?
स्वामी हरिदास जी की ऐसी भावना थी की उनके छोटे से लाला यानि कान्हा जी बासुरी पकड़ेंगे तो थक जायेंगे इसलिए उन्होंने उन्हें बासुरी नहीं पकड़ने दी । लेकिन लेकिन एक रोचक बात ये भी है की साल मैं केवल एक दिन ठाकुर जी के बासुरी के साथ भी दर्शन होते है । वो दिन होता है शरद पूर्णिमा का दिन ।
तथ्य नंबर 4: बांके बिहारी के सामने पर्दा क्यों होता है ?
आप जब भी बिहारी जी के दर्शन के लिए गए होंगे तो आपने देखा होगा के बांके बिहारी जी के सामने पर्दा होता है और उसे बार बार हटाया और लगया जाता है । ऐसा क्यों होता है इसके पीछे ऐसा किदवंती है की अगर कोई भक्त बिहारी जी से लगातार एक टक नज़ारे मिला लेता है तो बिहारी जी प्रेमवश उसी के साथ चले जाते है । दूसरा बिहारी जी को किसी की नज़र न लगे इस लिए भी पर्दा किया जाता है ।
तथ्य नंबर 5: बांके बिहारी के चरणों के दर्शन कब होते है ?
साल मैं एक दिन ऐसा भी आता है जिस दिन बिहारी जी के चरणों के दर्शन होते है । ये दर्शन होते है अक्षय तृतीया के दिन जी हाँ सिर्फ एक दिन अक्षय तृतीया पे बिहारी जी के चरण दर्शन होते है । और इसी दिन शाम को उनके अंश विगर्हा पर चन्दन लगया जाता है । इसलिए आप बिहारी जी के अंश विघ्र और चरण दर्शन करना चाहते है तो आपको अक्षय तृतीया के दिन वृन्दावन आना होगा ।
Banke Bihari Mandir Vrindavan :बांके बिहारी जी मंदिर
भारत की राजधानी दिल्ली से 120 किलोमीटर दूर यमुना नदी के किनारे बसा एक ऐतिहासिक शहर वृन्दावन। वृंदा जिसका अर्थ होता है तुलसी यानि तुलसी वन कहा जाता है कि श्री कृष्ण राधा रानी साथ वृन्दावन मैं कण कण मैं बसते है । और वृंदावन के राजा है श्री बांके बिहारी (banke Bihari) जिनके चमत्कारों से दुनिया वाकिफ है । और जिनके एक झलक से ही लोग भाव विभोर हो जाते है । बांके बिहारी मंदिर(banke bihari temple) ही इकलौता ऐसा मंदिर है जहाँ मंगला आरती सिर्फ एक दिन होती है । बांके बिहारी मंदिर गर्मिओं मैं 8 बजे और सर्दिओं मैं 9 बजे दर्शन के लिए खुलता है । banke bihari mandir मैं रोजाना लाख भक्त दर्शन के लिए आते है और banke bihari temple miracles के अनुभव करते है ।
Banke Bihari Ji ki Aarti -श्री बांके बिहारी आरती :
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं ।
आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं,
श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं ।
॥ श्री बांके बिहारी…॥
मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे,
प्यारी बंसी मेरो मन मोहे ।
देख छवि बलिहारी मैं जाऊं ।
॥श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,॥
चरणों से निकली गंगा प्यारी,
जिसने सारी दुनिया तारी ।
मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं ।
॥ श्री बांके बिहारी…॥
दास अनाथ के नाथ आप हो,
दुःख सुख जीवन प्यारे साथ आप हो ।
हरी चरणों में शीश झुकाऊं ।
॥ श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,॥
श्री हरीदास के प्यारे तुम हो।
मेरे मोहन जीवन धन हो।
देख युगल छवि बलि बलि जाऊं।
॥श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,॥
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं।
आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं,
श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं।
Timing for Banke Bihari Temple Vrindavan:
Banke Bihari मंदिर के लिए दर्शन की टाइमिंग सर्दी और गर्मी दोनों में अलग होते है आप नीचे दिए गए टाइमिंग के अनुसार अपना प्लान कर सकते है ।
दिन समय
Monday 7:45 am – 12:00 pm | 5:30 pm – 9:30 pm (Summer)
8:45 am – 1:00 pm | 4:30 pm – 8:30 pm (Winter)
Tuesday 7:45 am – 12:00 pm | 5:30 pm – 9:30 pm (Summer)
8:45 am – 1:00 pm | 4:30 pm – 8:30 pm (Winter)
Wednesday 7:45 am – 12:00 pm | 5:30 pm – 9:30 pm (Summer)
8:45 am – 1:00 pm | 4:30 pm – 8:30 pm (Winter)
Thursday 7:45 am – 12:00 pm | 5:30 pm – 9:30 pm (Summer)
8:45 am – 1:00 pm | 4:30 pm – 8:30 pm (Winter)
Friday 7:45 am – 12:00 pm | 5:30 pm – 9:30 pm (Summer)
8:45 am – 1:00 pm | 4:30 pm – 8:30 pm (Winter)
Saturday 7:45 am – 12:00 pm | 5:30 pm – 9:30 pm (Summer)
8:45 am – 1:00 pm | 4:30 pm – 8:30 pm (Winter)
Sunday 7:45 am – 12:00 pm | 5:30 pm – 9:30 pm (Summer)
8:45 am – 1:00 pm | 4:30 pm – 8:30 pm (Winter)
Original Bankey Bihari:
बहुत से भक्तो के मन मैं ये सवाल रहता है की Original Bankey Bihari जी कौन से है तो आपको बता दे वृन्दावन मैं जो बांके बिहारी जी का मंदिर ओरिजिनल बांके बिहारी जी का हे जिन्हे हरिदास जी ने अपनी संगीत साधना से प्रकट किया था ।अगर आप banke bihari temple official website पर जा कर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना चाहते है तो आप online registration for Banke Bihari Mandir
ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन करा सकते है ।
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