आगरा न्यूज़ : आज हम आपको बता रहे है ओमीक्रॉन(Omicron) वायरस के बारे मैं 5 ऐसी बाते तो आपके लिए जाननी जरूरी है। ओमीक्रॉन जिसके बारें मैं कहा जा रहा है कि यह वायरस देश मैं तीसरी लहर का कारण बन सकता है । क्या covid-19 की तीसरी लहर देश मैं दस्तक दे चुकी है।
1.क्या ओमिक्रोन (Omicron) खतरनाक है:
क्या ओमिक्रोन(Omicron) डेल्टा वेरिएंट ने ज्यादा खतरनाक है इसके जबाब मैं आपको योगी जी की वो बात बताना चाहूंगा जो उन्होंने अपने एक भाषण मैं कही थी।
ओमीक्रॉन वेरिएंट जोआयाहै covid-19 का ये काफी कमजोर है एक सामान्य वायरल फीवर मात्र ये है लेकिन सतर्कता और सावधानी किसी भी बीमारी मैं आवश्यक और इस मामले मैं भीसतर्कता और सावधानी आवश्यक है घवराने की आवश्यकता नहीं है.
2.क्या ओमिक्रोन (Omicron) वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट ने ज्यादा संक्रामक है:
दूसरा सवाल जो हम सभी को जानना चाइये वो है कि क्या ओमिक्रोन (Omicron) वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट ने ज्यादा संक्रामक है तो इसके जितने भी अब तक जबाब आये है वो यही बताते है कि ओमिक्रोन (omicron) डेल्टा वेरिएंट से बहुत ज्यादा संक्रामक है । ये डेल्टा कि तुलना में ज्यादा तेजी से संक्रमित करता है । हॉन्कॉन्ग यूनिवर्सिटी की टीम ने इस पर शोध किया और बताया कि ये हमारी श्वसन नली मैं डेल्टा के मुकाबले 70 गुना ज्यादा तेज़ी से फैलता है । इसलिए हमें इस भूल मैं नहीं रहना चाइये कि कम घातक है । और यही बजह है कि देश मैं ओमीक्रॉन(Omicron) के मामले तेज़ी से बढ़ रहे है।
3.क्याओमिक्रोन (Omicron) वेरिएंट फेफड़ों को कम नुकसान पहुँचाता है:
ओमिक्रोन को ले के जो बड़ा सवाल है वो है कि क्या ओमिक्रोन(Omicron) वेरिएंट फेफड़ों को डेल्टा वेरिएंट कि तुलना में कम नुकसान पहुंचाता है तो इसके जवाब के लिए भी हम होन्ग कोंग यूनिवर्सिटी में हुए शोध को लेते है होन्ग कोंग यूनिवर्सिटी कि टीम ने श्वसन मार्ग का एक्स वीवो कल्चर किया और इसी टीम के एक Associate Professor Chan, Chi Wai Michael Division of Public Health Laboratory साइंसेज ने बताया कि ओमिक्रोन(omicron) अन्य वेरिएंट कि तुलना में फेफड़ों को 10 गुना कम नुकसान पहुंचाता है । इसलिए गंभीर मामलों होने कि संभावना कम लेकिन इसका ये मतलब बिलकुल नहीं है कि ये फेफड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाता इसके खतरे को कम आंकना अभी जल्दवाजी होगी।
4.क्या ओमिक्रोन (Omicron)कुदरत का दिया हुआ वैक्सीन है :
कुछ स्वास्थ अधिकारियों का कहना है कि ये प्रकृति का वैक्सीन है उनका कहना है कि ओमिक्रोन वेरिएंट हमारे अंदर एंटीबाडी बनाएगा जो कोरोना से लड़ने मैं ज्यादा मददगार होगी जैसे वैक्सीन हमारे अंदर एंटीबाडी बनाता है । क्यूंकि ये काम घातक है तो ये एंटीबाडी बनाने में मदद करेगा । इस तरह ज्यादा से ज्यादा लोग हार्ड इम्युनिटी प्राप्त कर लेंगे । लेकिन जाने माने इंडियन विरोलॉजिस्ट्स शाहिद जमील का कहना है कि ओमिक्रोन वायरस के बारे में ये भ्रान्ति रखना अभी जल्दबाजी होगी । अभी इस वेरिएंट को बहुत कम समझा गया है।

5.क्या तीसरी लहर शुरू हो चुकी है:
एक और सवाल जो है वो है क्या कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है तो इसके लिए हमें स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर नज़र डालने की जरूरत है दो सप्ताह पहले देश में covid-19 के मामले हेर रोज़ 10000 से भी काम आ रहे थे वो आज 40000 को भी पार कर गए है । इसलिए कहा जा सकता है कि कोरोना कि तीसरी लहर दस्तक दे रही है। देश के हर जिले में कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे है। आगरा में भी एक्टिव केस 472 हो गए है वही आज 169 नए केस निकले है।