बांके बिहारी जी के बारे में रोचक तथ्य


श्री बांके बिहारी जी को स्वामी श्री हरी दास जी ने 12 बर्षो तक निधिवन मैं तपश्या करके अपनी संगीत की आराधना से अपने हृदय से प्रकट किया


श्री बांके बिहारी जी राधा

रानी और कृष्ण जी के

 मिलिक अवतार है 

 बांके बिहारी का मतलब क्या है 

बांके का अर्थ होता है जो तीन जगह से टेड़ा हो

बिहारी का अर्थ होता है जो अपने मैं ही मस्ती मैं मस्त हो 

बांके बिहारी जी को बांसुरी नहीं पकड़ाई जाती है

बांके बिहारी के सामने पर्दा क्यों होता है 

 अगर कोई भक्त बिहारी जी से लगातार एक टक नज़ारे मिला लेता है तो बिहारी जी प्रेमवश उसी के साथ चले जाते है

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