Agra News: 2 अप्रैल से शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुके हैं। ऐसे में सभी मंदिरों पर भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है आगरा में एक ऐसा मंदिर है जहां कुरान की आयतें लिखी हुई है। एक तरफ हनुमान चालीसा,आरती है वहीं दूसरी और कुरान की आयतें। आज तक किसी भी हिंदू मंदिर में कुरान की आयतें किसी को नहीं देखने को मिलेगी लेकिन आगरा की बेलनगंज स्थित पुराने लोहे के पुल के नीचे प्राचीन काली माता और हनुमान मंदिर पर कुरान की आयतें लिखी हुई है । क्या है इन कुरान की आयतो के पीछे पढ़िए पूरी खबर।
इस वजह मंदिर में लिखी है कुरान की आयतें:
यमुना किनारा रोड पर मां काली और हनुमान जी का मंदिर बहुत पुराना है । दूर दूर से लोग इस मंदिर में पूजा अर्चना करने आते है स्थानीय लोगों के अनुसार इस मंदिर की स्थापना मंदिर के स्थापक नर सिंह दास ने की थी। इनकी मूर्ति काली मां और हनुमान जी की मूर्ति के बीच में आज भी लगी है।
मंदिर की दीवार पर हनुमान चालीसा और आरती के साथ कुरान की आयतें भी लिखी हुई हैं। मुस्लिम धर्म के लोग यहां कुरान की आयते पढ़ने आते है महंत नरसिंह दास (निरमोही) ने मंदिर के बाहर लगे पीपल के पेड़ के नीचे तप किया था, जिससे उन्हें सिद्धि प्राप्त हुई। वह काली मां और हनुमान जी के भक्त थे, इसलिए सिद्धि प्राप्त करने के बाद उन्होंने पेड़ के ही नीचे मां काली और हनुमान जी की मूर्ति स्थापित कर दी।
उस समय कुछ मुस्लिम भी पेड़ के नीचे बैठकर कुरान पढ़ते थे। मन्दिर बनने के दौरान उन्होंने मदद भी की थी क्यों की जब मंदिर का निर्माण हो रहा था तब बार बार मंदिर की छत टूट जा रही थी कार्य मंदिर का पूरा नही हो पा रहा था तब मंदिर पर आए मौलवी के द्वारा सलाह दी गई कि जिस प्रकार ताजमहल व अन्य स्मारकों को टिकाने के लिए कुरान की आयतें लिखी गई है। मंत्र लिखा गया है ठीक उसी तरह यहां भी और मंत्र लिखा जाए जिससे छत ठिक जाए। जिसके बाद हनुमान चालीसा व आरती के साथ वहां कुरान की आयतें लिखी गई जिसके बाद मंदिर के निर्माण कार्य शुरू हुआ।
हर किसी के मन मैं एक ही सवाल होगा की आखिर जो काली माता के मंदिर मैं आयते लिखी है उनका मतलब लिया है तो मुस्लिम नेता हाजी जमीलुद्दीन कुरैशी के अनुसार, मंदिर परिसर में पत्थरों पर कुरान की आयतें सूरे इखलास लिखी हैं।
जिनका मतलब है-“अल्लाह एक है।” और इसमें काफरीन-ए-मक्का का जिक्र किया गया है, जिसमें बताया गया है कि अल्लाह एक है। अल्लाह जात पात नहीं मानता है ।कुछ जगह उर्दू में सच बोलने को भी लिखा है।
दी आगरा न्यूज़ संबाददाता ने एक भक्त रवि शर्मा से बात की उन्होंने बताया कि ये उनके पूर्वजो के टाइम से ही लिखी हुये है।
मन्दिर पर आए सभी भक्तों की होती है मुरादे पूरी:
काली माता के मंदिर पर दूर-दूर से भक्त शनिवार को विशेष कर पूजा करने आते हैं यह मंदिर काली माता के नाम से अत्यधिक प्रसिद्ध है मंदिर कई दशकों पुराना मंदिर है इस पर कुरान की लिखी आयतें कहती हैं कि ईश्वर अल्लाह सब एक है इस मंदिर में हिंदू मुस्लिम एकता की पहचान भी है तो वहीं इस मंदिर में कोई भी आज तक खाली हाथ नहीं लौटा है।
जानिए आगरा के बारे मैं कुछ रोचक जानकारी